1 . भूगोल ( Geography ) – अंग्रेजी भाषा का शब्द ‘ज्योग्राफी ‘ ( Geography ) यूनानी भाषा के दो शब्दों से मिलकर बना है | Geo = पृथ्वी तथा Graphien = वर्णन करना । अतः ज्योग्राफी का सामान्य अर्थ - ‘ पृथ्वी का वर्णन करना है ।
2 . पृथ्वी ( Earth ) – सौरमण्डल का एक विशिष्ट ग्रह जिस पर जीवन पाया जाता है । ग्रहों में सूर्य से दूरी के अनुसार यह तीसरे स्थान पर और आकार के अनुसार पाँचवें स्थान पर है ।
3 . भौतिक भूगोल ( Physical Geography ) - भूगोल की वह शाखा जिसके अंतर्गत स्थल मंडल , जल मंडल एवं वायु मंडल रूपी तीनों अंगों उनके प्राकतिक स्वरूपों के अंतर्सम्बन्धों एवं उनसे उत्पन्न भूतल की प्राकृतिक भिन्नताओं की व्याख्या की जाती है ।
4 . मानव भूगोल ( Human Geography ) – मानव भूगोल , भूगोल की वह शाखा है , जिसमें मानवीय क्रियाओं और वातावरण के पारस्परिक सम्बन्धों का अध्ययन किया जाता है ।
5 . पर्यावरण ( Environment )- भौतिक रासायनिक तथा जैविक दशाओं का योग जिसकी अनुभूति किसी प्राणी या प्राणियों को होती है । इसके अंतर्गत जलवायु , मिट्टी , जल , प्रकाश वनस्पति , स्वप्रजाति एवं अन्य प्राणी जगत शामिल हैं ।
6 . कृषि ( Agriculture ) — मृदा को जोतने , फसलें उगाने और पशुओं के पालन - पोषण करने का विज्ञान व कला ।
7 . पशुपालन( Ranching )- किसी बाड़े पर अपेक्षाकृत बड़े पैमाने पर किया जाने वाला पशुपालन इसके अन्तर्गत बाड़े से घिरे हुए चरागाह पर पशुओं का पालन होता है ।
8 . उद्योग ( Industry ) - वस्तुओं के विनिमणि प्रसंस्करण व विनियोजन की प्रकिया । इसमें प्राथमिक क्रियाओं से प्राप्त वस्तुओं को पुनः प्रयुक्त कर नये सामान का निर्माण किया जाता है ।
9 . परिवहन ( Transport ) - वस्तुओं तथा व्यक्तियों को किसी साधन द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक ढोने या ले जाने की क्रिया ।
10 . संचार ( Communication )- विभिन्न स्थानों के बीच यातायात तथा यात्रा सम्पर्क । वे साधन जिनसे लोग सूचनाओ , विचारों आदि का आदान - प्रदान करते हैं ; जैसे रेडियो , तार , समाचार पत्र आदि ।
11 . व्यापार ( Trade ) - एक अर्थिक क्रिया जिसके द्वारा वस्तुओं या सेवाओं का आदान प्रदान या हस्तांतरण होता है , व्यापार कहा जाता है ।
12 . नियतिवाद ( Determinism ) — मानव शक्तियों की अपेक्षा प्राकृतिक शक्तियों की प्रधानता स्वीकार करने वाली विचारधारा जिसमें मानव को प्रकृति का दास माना जाता है ।
13 . संभववाद ( Possibilism ) - प्रकृति प्रदत्त सम्भावनाओं का मानव द्वारा अपनी उन्नति व कल्याण हेतु अपनी छांट ( पसंद ) के अनुसार प्रयोग करने की विचारधारा ।
14 . नव नियतिवाद ( Neo - determinism ) — मानव भूगोल की यह विचारधारा न तो प्रकृति पर विजय प्राप्त करने व ने ही प्रकृति की दासता स्वीकार करने अपितु प्रकृति के साथ सहयोग करने पर बल देती है ।
15 . सांस्कृतिक वातावरण ( Cultural Environment ) — मानव के द्वारा प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग कर जिस नवीन स्वरूप की रचना की जाती हैं , वह सांस्कृतिक वातावरण कहलाता हैं ।
16 . भूगर्भशास्त्र ( Geology ) — पृथ्वी के आन्तरिक भाग का अध्ययन करने वाला विज्ञान ।
17 . पारिस्थितिक - समायोजन ( Ecological - Adjustment ) — प्रकृति के सभी घटकों का आपस में संतुलन । समावेशन स्थापित करने की प्रक्रिया ।
18 . जनसंख्या ( Population ) — किसी प्रदेश में निवास करने वाले व्यक्तियों की संख्या ।
19 . संसाधन ( Resource ) — वे सभी जैविक व अजैविक घटक जो मानवीय आवश्यकताओं को पूरा करने के काम में आते हैं ।
20 . अनुकूलन ( Adaptation ) - जब मानव वातावरण के अनुसार स्वयं अपने आपको परिवर्तित कर क्रियाशील करता है तो इस स्थिति को अनुकूलन के नाम से जाना जाता है ।
21 . प्रवास ( Migration ) — किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह द्वारा अपने निवास स्थान का स्थायी एवं अस्थायी परिवर्तन प्रवास कहलाता है ।
22 . प्रजाति ( Races ) — मानवीय नस्ल को प्रकट करने वाली स्थिति । इसमें शरीरिक संगठन व दशाओं के आधार पर मानव को बांटा गया है ।
23 . खनिज ( Mineral ) -पृथ्वी की भूपर्पटी में पाया जाने वाला पदार्थ , जिनका अधिकांश , चट्टानों के विपरीत अपना एक रासायनिक संयोजन होता है ।
24 . संरक्षण ( Conservation ) — प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण ढंग से प्रयोग कर भविष्य में उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने की प्रक्रिया ।
25 . वातावरण अवनयन ( Environment Degradation )- पर्यावरणीय दशाओं में कमी आने व उनकी गुणवत्ता में ह्रास हो जाने की प्रक्रिया ।
26 . प्रदूषण ( Pollution ) — वायु , जल व मिट्टी के भौतिक , रासायनिक व जैविक लक्षणों में होने वाला अवांछनीय परिवर्तन जो मानव व अन्य जीवों को हानि पहुंचाता है ।
27 . जलवायु ( Climate ) — यह किसी विस्तृत क्षेत्र की दीर्घकालीन मौसमी दशाओं के औसत तथा उन दशाओं में पायी जाने वाली भिन्नताओं को प्रकट करती है ।
28 . वनस्पति ( Vegetation ) — किसी प्रदेश का समस्त पादप जीवन । इसके अंतर्गत शैवाल से लेकर घासे , झाड़ियाँ , वृक्ष आदि समस्त पादप प्रजातियां सम्मिलित होती है ।
29 . मानवतावादी विचारधारा ( Humanistic School ) — मानव भूगोल की वह विचारधारा जिसका सम्बन्ध मुख्य रूप से लोगों के सामाजिक कल्याण के विभिन्न पक्षों से थी , मानवतावादी अथवा कल्याणपरक विचारधारा कहलायी । जिसके अन्तर्गत आवास , स्वास्थ्य व शिक्षा जैसे पक्ष सम्मिलित थे ।
30 . आमूलवादी विचारधारा ( Radical School ) — मानव भूगोल की वह विचारधारा जिसके अन्तर्गत निर्धनता के कारण बंधन एवं सामाजिक असमानवा की व्याख्या के लिए मार्क्स के सिद्धांत का उपयोग किया गया , आमूलवादी या रेडिकल विचारधारा कहलायी ।
31 . व्यवहारवादी विचारधारा ( Behavioural School ) – मानव भूगोल की वह विचारधारा जिसके अन्तर्गत प्रत्यक्ष अनभव के साथ - साथ मानव जातीयता , प्रजाति , धर्म आदि पर आधारित सामाजिक संवर्गों के दिक्काल ( Time space ) बोध पर अधिक बल दिया जाता है , व्यवहारवादी विचारधारा कहलाती है ।
Also Read - मानव भूगोल से सम्बंधित तथ्य