( 1 ) गामा किरणे ( γ - Rays )
तरंगदैर्घ्य परिसर : | 1×10 - 14 से 1 × 10 - 10 मीटर तक |
आवृत्ति परिसर : | 3×1022 से 3 × 1018 हर्ट्ज तक |
ऊर्जा परास : | 107 eV से 104 eV तक |
खोजकर्ता : | हेनरी बेक्वेरल ( सन् 1896 ) तथा मैडम क्यूरी ( सन् 1898 ) |
उत्पादन विधि : | रेडियो - सक्रिय नाभिकों के क्षय के कारण |
गुण : | ( i ) उच्च भेदन क्षमता |
( ii ) अनावेशित | |
( iii ) निम्न ऑयनीकरण क्षमता | |
अनुप्रयोग : | ( i ) नाभिकीय संरचना की जानकारी |
( ii ) चिकित्सा , उपचार आदि |
( 2 ) X - किरणें ( X - Rays )
तरंगदैर्घ्य परिसर : | 6 ×10 - 11 से 1 × 10 - 8 मीटर तक |
आवृत्ति परिसर : | 5×1019 से 3 × 1016 हर्ट्ज तक |
ऊर्जा परास : | 2.4 × 105 eV से 1.2 × 103 eV तक |
खोजकर्ता : | रॉजन |
उत्पादन विधि : | भारी लक्ष्यों पर उच्च ऊर्जा के इलेक्ट्रॉनों के संघटों के कारण |
गुण : | ( i ) कम भेदन क्षमता |
( ii ) तरंगदैर्घ्य के अलावा γ - किरणों के सभी गुण | |
अनुप्रयोग : | चिकित्सा निदान व उपचार |
( 3 ) पराबैंगनी किरणें ( Ultra - Violet Rays )
तरंगदैर्घ्य परिसर : | 1 ×10 - 8 से 4 × 10 - 7 मीटर तक |
आवृत्ति परिसर : | 3×1016 से 8 × 1014 हर्ट्ज तक |
ऊर्जा परास : | 2 × 103 eV से 3 eV तक |
खोजकर्ता : | रिटर ( सन् 1802 ) द्वारा |
उत्पादन विधि : | सूर्य , वैद्युत विसर्जन , निर्वात स्पार्क से । |
गुण : | गामा किरणों के सभी गुण परन्तु तीक्ष्ण क्षमता , प्रकाश - वैद्युत प्रभाव , वायुमण्डल की ओजोन पर्त द्वारा अवशोषित कर ली जाती है । |
अनुप्रयोग : | ( i ) खाने की वस्तुओं के संरक्षण में |
( ii ) अदृश्य लिखाई , नकली दस्तावेज , अंगुली के निशानों का पता लगाने में । |
( 4 ) दृश्य विकिरण ( Visible Radiation )
तरंगदैर्घ्य परिसर : | 4 × 10- 7 से 7.8 × 10-7 मीटर तक |
आवृत्ति परिसर : | 8×1014 से 4 × 1014 हर्ट्ज तक |
ऊर्जा परास : | 3.2 eV से 1.6 eV तक |
खोजकर्ता : | न्यूटन द्वारा |
उत्पादन विधि : | तापदीप्त वस्तुओं से विकरित |
गुण : | परावर्तन , अपवर्तन , व्यतिकरण , विवर्तन , ध्रुवण , फोटोग्राफिक प्रभाव , दृष्टि संवेदन ( Sensation Of Light ) , प्रकाश - वैद्युत प्रभाव । |
अनुप्रयोग : | अणुओं की संरचना तथा परमाणु के बाह्य कोशों में इलेक्ट्रॉनों के प्रबन्धन का पता लगाने में । |
( 5 ) अवरक्त किरणें ( Infra - red Rays )
तरंगदैर्घ्य परिसर : | 7.8 × 10-7 से 5 × 10-3 मीटर तक |
आवृत्ति परिसर : | 4 × 1014 से 6 × 1010 हर्ट्ज तक |
ऊर्जा परास : | 1.6 eV से 10-3 eV तक |
खोजकर्ता : | विलियम हरशैल ( 1840 ) द्वारा |
उत्पादन विधि : | पदार्थों को उच्च ताप तक गर्म करने से । |
गुण : | ताप पुंजों तथा बोलोमीटर इत्यादि पर ऊष्मीय प्रभाव , अधिक वेधन शक्ति होने से कोहरे व धुंध से पार निकल जाती है , परावर्तन , विवर्तन , फोटोग्राफी क्रिया । |
अनुप्रयोग : | पौध घरों में पौधों को गर्म रखने में , युद्ध - क्षेत्र में कोहरे व धुंध के पार देखने में । |
( 6 ) सूक्ष्म या माइक्रो तरंगें ( Micro Waves )
तरंगदैर्घ्य परिसर : | 1 × 10 - 3 से 3 × 10 -1 मीटर तक |
आवृत्ति परिसर : | 3 × 1011 से 1 × 109 हर्ट्ज तक |
ऊर्जा परास : | 10-3 eV से 10-5 eV तक |
खोजकर्ता : | हर्ट्ज ( सन् 1888 ) द्वारा |
उत्पादन विधि : | स्फुलिंग विसर्जन द्वारा |
गुण : | परावर्तन , अपवर्तन , व्यतिकरण , विवर्तन । |
अनुप्रयोग : | रेडार में , उपग्रहों तथा लम्बी दूरी वाले बेतार संचार में , माइक्रोवेव ओवन में । |
( 7 ) रेडियो तरंगें ( Radio Waves )
तरंगदैर्घ्य परिसर : | 1 × 10 -1 से 10 4 मीटर तक |
आवृत्ति परिसर : | 3 × 109 से 3 × 104 हर्ट्ज तक |
ऊर्जा परास : | 10-3 eV से शून्य तक |
खोजकर्ता : | मारकोनी ( सन् 1896 ) द्वारा |
उत्पादन विधि : | दोलित्र वैद्युत परिपथों से । |
गुण : | परावर्तन , अपवर्तन , विवर्तन |
अनुप्रयोग : | रेडियो तथा टी . वी . के संचारण में । |