माना बिन्दु आवेश ( + Q ) बिन्दु O पर स्थित है । बिन्दु आवेश ( + Q ) से r दूरी पर स्थित बिन्दु P पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता ज्ञात करने के लिए बिन्दु P ( प्रेक्षण बिन्दु ) पर एक परीक्षण आवेश ( +q₀ ) रखते हैं ।
चित्र A - आवेश के कारण विद्युत क्षेत्र |
आवेश + Q के कारण P पर स्थित धन परीक्षण आवेश q₀ पर बल , कूलॉम के नियम से ,
परिभाषा से
F→ का मान रखने पर
बिन्दु P पर विद्युत क्षेत्र की दिशा OP→ की ओर इंगित होगी । -Q आवेश के कारण P पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता
इसकी दिशा OP→ के विपरीत इंगित होगी ।
अर्थात् विद्युत क्षेत्र की तीव्रता दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होती है । विद्युत क्षेत्र की तीव्रता एवं दूरी के साथ आलेख नीचे चित्र में दर्शाया गया है ।
चित्र B- विद्युत क्षेत्र में परिवर्तन |
यदि बिन्दु आवेश ,εr परावैद्युतांक के माध्यम में स्थित है तब विद्युत क्षेत्र
समीकरण ( 2 ) से E→ का परिमाण का मान रखने पर
अर्थात् परावैद्युत माध्यम में विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मान , निर्वात में तीव्रता की अपेक्षा εr गुना कम हो जाता है ।
नीचे दी हुई सारणी में कुछ विद्युत क्षेत्रों के मान दिये गये हैं ।
निकाय | विद्युत क्षेत्र |
---|---|
( 1 ) वायुमण्डल में | 100 N / C |
( 2 ) घरेलू बिजली के तारों के आसपास | 300 N / C |
( 3 ) वाण्डे - ग्राफ जनित्र | 2 × 106 N / C |
( 4 ) वायु की विद्युत रोधन क्षमता | 3 × 106 N / C |
( 5 ) X- ट्यूब में | 5 × 106 N / C |