एक्सेस टाइम (Access Time) जब यूजर मैमोरी से डाटा प्राप्त करने के लिए कोई निर्देश देता है, तब निर्देश देने तथा डाटा प्राप्त होने तक के बीच के समय को एक्सेस टाइम कहा जाता है।
एक्युमूलेटर (Accumulator) यह एक ऐसा रजिस्टर होता हैं, जिसमें अर्थमैटिक तथा लॉजिकल परिणाम स्टोर किए जाते हैं।
एक्टिव सेल (Active Cell) MS Excel में प्रयुक्त होने वाला वह सेल (cell), जिसमें यूजर वर्तमान समय में कार्य कर रहा होता है, एक्टिव सेल कहलाता है।
एक्टिव विण्डो (Active Window) कम्प्यूटर में उपस्थित ह विण्डो, जो यूजर द्वारा वर्तमान समय में सक्रिय (Active) है, एक्टिव विण्डो कहलाती है।
एल्गोरिथ्म (Algorithm) कम्प्यूटर को दिए जाने वाले अनुदेशों का वह क्रम, जिसके द्वारा किसी कार्य को पूरा किया जाता है, एल्गोरिथ्म कहलाता है।
एल्फान्यूमैरिक (Alphanumeric) Alphabets + Numbers के समूह को एल्फान्यूमैरिक कहते हैं। इसमें (A-Z) अक्षरों तथा (0-9) अंकों के समुच्चय होते हैं।
एनालॉग कम्प्यूटर (Analog Computer) वह कम्प्यूटर, जिसमें डाटा भौतिकीय (जैसे-दाब, तापमान, लम्बाई) रूप में प्रयुक्त किया जाता है, एनालॉग कम्प्यूटर कहलाता है।
एनिमेशन (Animation) एनिमेशन डिजाइन, ड्रॉइंग तथा लेआउट बनाने की प्रक्रिया है, जो मल्टीमीडिया और गेमिंग उत्पादों में एकीकृत (Integrate) हैं।
एण्टीवायरस (Anti-virus) यह निर्देशों का समूह अथवा प्रोग्राम होता है, जिसके द्वारा कम्प्यूटर को वायरस से होने वाली क्षति से बचाया जाता है।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software) किसी विशेष कार्य के लिए बनाए गए एक या अधिक प्रोग्रामों का समूह, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहलाता है।
आर्चिव (Archive ) यह सुरक्षा के लिए कम्प्यूटर फाइल की बैकअप कॉपी बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है।
अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट (Arithmetic Logic Unit-ALU) यह CPU के कम्पोनेण्ट का मुख्य एक्जीक्यूशन भाग हैं, जो अधिक संख्या में अर्थमैटिक तथा लॉजिकल गणनाएँ कर सकता है
ASCII (American Standard Code for Information Interchange) यह ऐसा प्रचलित कोड है, जिसके द्वारा अक्षरों तथा संख्याओं को 8 बिट के रूप में प्रदर्शित किया जाता है।
असेम्बलर (Assembler) कम्प्यूटर में प्रयुक्त वह प्रोग्राम, जो असेम्बली भाषा को मशीनी भाषा में परिवर्तित करता है, असेम्बलर कहलाता है।
एट्रिब्यूट (Attribute) टेबल में किसी एण्टिटी (Entity) का गुण, एट्रिब्यूट कहलाता है। ऑथेण्टिकेशन (Authentication) वह पद्धति, जिसके द्वारा कम्प्यूटर के उपयोगकर्ता की वैधता की पहचान की जाती है।
ऑक्जिलरी मैमोरी (Auxiliary Memory) इस मैमोरी को सेकेण्डरी मैमोरी (Secondary Memory ) भी कहा जाता है। यह प्राइमरी मैमोरी (Primary Memory) से अधिक क्षमता वाली तथा उसकी सहायक होती हैं।
बैकस्पेस की (Backspace Key) यह कुंजी टेक्स्ट को डिलीट करने के लिए प्रयोग की जाती है। बैकस्पेस की टेक्स्ट को बाएँ कर्सर से डिलीट करती है।
बैकअप (Backup) कम्प्यूटर द्वारा डिस्क पर उपस्थित सभी सूचना की एक कॉपी बना दी जाती है, जिसे बैकअप कहते हैं। भविष्य में जरूरत पड़ने पर बैकअप में स्टोर डाटा को रिस्टोर कर उपयोग किया जाता है।
बैण्डविड्थ (Bandwidth) डाटा संचारण में प्रयोग की जाने वाली आवृत्ति (Frequency) की उच्चतम और निम्नतम सीमा का अन्तर बैण्डविड्थ कहलाता है। इसे बिट्स प्रति सेकण्ड (Bits Per Second- BPS) में मापते हैं।
बार कोड (Bar Code) मुख्य रूप से बार कोड विभिन्न चौड़ाई की ऊर्ध्वाधर पट्टियाँ होती हैं, जोकि एल्फान्यूमैरिक डाटा को व्यक्त करती हैं। बार कोड किसी भी उत्पाद के कोड (Code) को प्रदर्शित करती है।
बिग डाटा एनालिटिक्स (Big Data Analytics) यह पैटर्न और अन्य उपयोगी जानकारी की खोज के लिए डाटा के बड़े सेट को इकट्ठा करने, व्यवस्थित करने और विश्लेषण करने की प्रक्रिया है।
ब्लॉकचेन (Blockchain) यह एक एन्क्रिप्टेड, वितरित डाटाबेस है, जो डाटा रिकॉर्ड करता है।
बाइनरी कोडेड डेसीमल (Binary Coded Decimal-BCD) यह एक कोडिंग सिस्टम है, जिसके अन्तर्गत बाइनरी नम्बर को 4 डिजिट में दर्शाया जाता है, प्रत्येक डेसीमल डिजिट 0 से 9 तक होती है।
बिट (Bit) बाइनरी अंक अर्थात् 0 और 1 को संयुक्त रूप से बिट कहा जाता है। यह कम्प्यूटर की सबसे छोटी इकाई है।
ब्लॉग (Blog) यह वर्ल्ड वाइड वेब पर एक डिस्कशन या जानकारी वाली साइट होती है, जिसमें टेक्स्ट प्रविष्टियाँ (Entries) शामिल हैं।
बॉम्ब (Bomb) यह कम्प्यूटर में एक वायरस होता है, जिसे एक निश्चित दिनांक तथा टाइम पर एक्टिवेट किया जाता है।
ब्लूटूथ (Bluetooth) यह एक ऐसी वायरलैस तकनीक है, जिसमें , बहुत छोटी दूरी पर स्थित दो माध्यमों (Medium) में डाटा का आदान-प्रदान किया जा सकता है।
बूटिंग (Booting) ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा किया जाने वाला सबसे प्रारम्भिक कार्य बूटिंग कहलाता है।
ब्राउजर (Browser ) यह वह सॉफ्टवेयर है, जिसके द्वारा इण्टरनेट पर उपलब्ध सूचना को इच्छानुसार प्राप्त करते हैं।
बफरिंग (Buffering) यह एक मैमोरी डिवाइस का ऐसा प्रोसेस है, जिसमें डाटा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाते समय अस्थायी रूप से स्टोर किया जाता है।
बग (Bug) यह एक प्रकार की एरर होती है, जो कम्प्यूटर में उपस्थित प्रोग्राम्स में उपस्थित होती है। बग को हटाने की क्रिया डिबगिंग कहलाती है।
बस (Bus) यह एक प्रकार का मार्ग हैं, जो डाटा या इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक लेकर जाता है।
बाइट (Byte) 8 बिटों को सम्मिलित रूप से बाइट कहा जाता है। एक किलोबाइट में 1024 बाइट होते हैं। कम्प्यूटर की मैमोरी को मेगाबाइट में मापा जाता है।
सेल (Cell) रॉ और कॉलम से निर्मित भाग को सेल कहा जाता है।
सेण्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central Processing Unit-CPU) यह कम्प्यूटर में होने वाली सभी क्रियाओं की प्रोसेसिंग करता है। यह कम्प्यूटर का मस्तिष्क कहलाता है।
चैटिंग (Chatting) इण्टरनेट के द्वारा दूर स्थित अपने मित्र या सगे-सम्बन्धियों से कम्युनिकेट करना, चैटिंग कहलाता है।
चिप (Chip) यह सामान्यतः सिलिकॉन अथवा अन्य अर्द्धचालकों से बना छोटा टुकड़ा होता है, जिस पर विभिन्न प्रकार के कार्यों को पूरा करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्किट बने होते हैं।
कोडिंग (Coding) प्रोग्रामिंग भाषा में अनुदेशों को लिखने की क्रिया कोडिंग कहलाती है।
कमाण्ड (Command) कम्प्यूटर में किसी कार्य को पूरा करने के लिए जब कोई निर्देश दिया जाता है, तो उसे कमाण्ड कहते हैं।
कम्पाइल (Compile ) उच्च स्तरीय तथा निम्न स्तरीय भाषाओं को मशीनी भाषा में बदलना कम्पाइल करना कहलाता है।
कम्पाइलर (Compiler) इसका प्रयोग उच्च स्तरीय भाषा को मशीनी भाषा में बदलने के लिए किया जाता है।
कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल (Communication Protocol) कम्युनिकेशन को सरल तथा सुविधाजनक बनाने के लिए कई प्रकार के नियम बनाए जाते हैं, जिन्हें कम्प्यूटर भाषा में कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल कहते हैं।
कम्प्यूटर नेटवर्क (Computer Network) दो या दो से अधिक कम्प्यूटरों को एक साथ जोड़कर बनाए जाने वाले यन्त्र को कम्प्यूटर नेटवर्क कहते हैं।
कम्प्यूटर ग्राफिक्स (Computer Graphics) यह कम्प्यूटर की स्क्रीन पर प्रदर्शित होने वाला प्रजेण्टेशन होता है। उदाहरण के लिए फोटोग्राफ्स, ड्रॉइंग्स, लाइन आर्ट्स, ग्राफ्स, डायग्राम्स या अन्य इमेजें।
कोल्ड बूट (Cold Boot) कम्प्यूटर को स्टार्ट करते समय होने वाली बूटिंग कोल्ड बूटिंग कहलाती है।
कण्ट्रोल पैनल (Control Panel) यह विण्डोज मेन्यू का भा होता है, जिसे स्टार्ट मेन्यू से एक्सेस किया जा सकता है। यह यूजर्स को सिस्टम सेटिंग देखने तथा मैनिपुलेट करने की सुविधा देता है; जैसे- हार्डवेयर को जोड़ना, सॉफ्टवेयर को जोड़ना / हटाना, यूजर अकाउण्ट को कण्ट्रोल करना आदि।
कण्ट्रोल यूनिट (Control Unit) यह सीपीयू का भाग होता है, जो इसके ऑपरेशन को संचालित करता है। इस यूनिट का कार्य, कम्प्यूटर के सभी भागों के कार्यों पर नजर रखना है।
कोरल ड्रॉ (Corel Draw) डिजाइन तैयार करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले सॉफ्टवेयर को कोरल ड्रॉ कहा जाता है। इसका प्रयोग मुख्यत: DTP (डेस्कटॉप पब्लिशिंग) के लिए किया जाता है।
क्रिप्टोग्राफी (Cryptography) किसी डाटा तथा निर्देशों को सिफर (Cipher) टेक्स्ट के द्वारा संरक्षित कर देने तथा आवश्यकता पड़ने पर पुनः प्राप्त करने की प्रक्रिया को क्रिप्टोग्राफी कहा जाता है।
क्रॉलर (Crawler) यह एक प्रकार का इण्टरनेट बोट (Internet Bot) होता है, जो क्रमानुसार वर्ल्ड वाइड वेब को ब्राउज करता है। आमतौर पर इसका उद्देश्य वेब इण्डेक्सिंग से होता है। इसे वेब स्पाइडर भी कहा जाता है।
कट (Cut) इस कमाण्ड का प्रयोग डॉक्यूमेण्ट पर उपस्थित डाटा को डिलीट करने के लिए किया जाता है।
डाटा (Data) यह तथ्यों और अव्यवस्थित आँकड़ों का समूह होता है, जिन्हें कम्प्यूटर में स्टोर या अन्य कार्यों को करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
डाटाबेस (Database) यह सूचनाओं तथा महत्त्वपूर्ण डाटा का संग्रह होता है, जिसकी सहायता से आवश्यकता पड़ने पर डाटा को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है व अपडेट तथा मैनेज किया जा सकता है।
डाटा एण्ट्री (Data Entry) डाटा तथा निर्देशों को कम्प्यूटर में प्रविष्ट करना डाटा एण्ट्री कहलाता है।
डाटाबेस मैनेजमेण्ट सिस्टम (Database Management System-DBMS) यह बहुत से प्रोग्रामों का समूह होता है, जिसके द्वारा डाटा को व्यवस्थित करने, सूचना देने अथवा उसमें परिवर्तन करने आदि कार्य सरलतापूर्वक किए जाते हैं।
डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) डाटा तथा निर्देशों को आवश्यकतानुसार प्रयोग में लाकर आउटपुट प्राप्त करना अथवा डाटा को व्यवस्थित करना डाटा प्रोसेसिंग कहलाता है।
डाटा रिडण्डेन्सी (Data Redundancy) एक फाइल को एक या एक से अधिक बार अलग-अलग नामों से कम्प्यूटर सिस्टम में संगृहीत करना डाटा रिडण्डेन्सी कहलाता है।
डिबगिंग (Debugging) दिए गए प्रोग्राम में गलतियों को ढूंढने तथा उन्हें सही करने की क्रिया डिबगिंग कहलाती है।
डेस्कटॉप पब्लिशिंग (Desktop Publishing DTP) यह एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है, जिसका प्रयोग आमतौर पर पब्लिशिंग कार्यों में किया जाता है।
डिवाइस ड्राइवर (Device Driver) एक डिवाइस ड्राइवर को संक्षिप्त में ड्राइवर भी कहा जाता है। कम्प्यूटर प्रोग्राम में यह ऑपरेटिंग सिस्टम को हार्डवेयर डिवाइस से जोड़ने का कार्य करता है।
डायल अप लाइन (Dial Up Line) वह लाइन, जिसके द्वारा संचार व्यवस्था स्थापित की जाती है, डायल अप लाइन कहलाती है। डिजिटल क्लॉक (Digital Clock) यह मदरबोर्ड पर स्थित डिजिटल संकेतों को उत्पन्न करने वाली घड़ी है।
डायरेक्ट्री (Directory) यह फाइलों के समूह या अन्य डायरेक्टरियों को संगृहित रखती है। साथ ही डायरेक्टरियाँ एक अनुक्रम (Hierarchy) या ट्री स्ट्रक्चर के रूप में होती हैं।
डोमेन नेम (Domain Name) यह इण्टरनेट पर जुड़े हुए कम्प्यूटरों को पहचानने व लोकेट करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
डॉट्स प्रति इंच (Dots Per Inch-DPI) डॉट मैट्रिक्स प्रिण्टर में, DPI का प्रयोग आवश्यक रूप से किया जाता है। यह प्रति एक इंच में उपस्थित बिन्दुओं की संख्या है, जो ऊर्ध्वाधर (Vertical) तथा क्षैतिज (Horizontal) रूप में होती है।
डाउनलोड (Download) इण्टरनेट या किसी अन्य कम्प्यूटर से प्राप्त सूचनाओं को अपने कम्प्यूटर में संगृहीत करने की क्रिया को डाउनलोड कहते हैं।
ड्रैग एण्ड ड्रॉप (Drag-and-Drop) माउस द्वारा डाटा को सिलेक्ट करके एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानान्तरित करने की क्रिया ड्रैग एण्ड ड्रॉप कहलाती है।
डम्ब टर्मिनल (Dumb Terminal) वह टर्मिनल, जिसकी स्वतः प्रोसेसिंग नहीं होती, बल्कि सहायक टर्मिनल्स के द्वारा इसकी प्रोसेसिंग की जाती है।
डिजिटल वीडियो डिस्क (Digital Video Disk-DVD ) यह एक भण्डारण युक्ति है, जिसमें सूचनाओं को पढ़ने तथा लिखने के लिए लेजर किरणों का प्रयोग किया जाता है, जिस कारण इसे प्रकाशीय डिस्क भी कहते हैं।
डायनमिक रैम (Dynamic RAM-DRAM) इसका संक्षिप्त रूप DRAM है। DRAM, रैण्डम एक्सेस मैमोरी (RAM) का एक प्रकार है, जो डाटा को अलग-अलग कैपेसिटर (Capacitor) में संरक्षित करता है।
ई-कॉमर्स (E-commerce) इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स एक ऐसा व्यवसाय है, जहाँ खरीदने तथा बेचने की सर्विसेज को इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के माध्यम जैसे- इण्टरनेट तथा अन्य कम्प्यूटर नेटवर्क द्वारा प्रदान कराया जाता है।
एडिटिंग (Editing) डाटा अथवा दिए गए निर्देश में किसी भी प्रकार का परिवर्तन करना एडिटिंग कहलाता है।
इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग (Electronic Data Processing-EDP) इलेक्ट्रॉनिक माध्यम अथवा कम्प्यूटर की सहायता से डाटा तथा निर्देशों को व्यवस्थित करना इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग कहलाता है।
इलेक्ट्रॉनिक मेल (Electronic Mail) ई-मेल के माध्यम से कोई भी उपयोगकर्ता किसी भी अन्य व्यक्ति को इलेक्ट्रॉनिक रूप में सन्देश भेज और प्राप्त कर सकता है।
इनक्रिप्शन (Encryption) पूर्व निर्धारित नियमों के अनुसार सूचनाओं या निर्देशों को गुप्त कोड में बदलने की क्रिया इनक्रिप्शन कहलाती है।
एण्ड यूजर (End User ) यह वह व्यक्ति होता है, जिसे सॉफ्टवेयर प्रोग्राम या हार्डवेयर डिवाइस के लिए डिजाइन किया गया है । एण्ड यूजर को किसी भी हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर के निर्माण की जानकारी नहीं दी जाती, वह सीधे ही उसका उपयोग करता है।
एण्टिटी (Entity) ऐसा पद, जो किसी एट्रिब्यूट या प्रोपर्टी को निर्धारित वैल्यू संरक्षित करता हो ।
एरर मैसेज (Error Message) यूजर द्वारा कम्प्यूटर पर कार्य करते समय किसी त्रुटि को बताने वाला सन्देश एरर मैसेज कहलाता है।
एस्केप की (Escape Key) यह वह की (Key) है, जो वर्तमान प्रक्रिया या रन हो रहे प्रोग्राम को निरस्त करने या पॉप-अप विण्डो को बन्द करने के लिए प्रयोग की जाती है।
ईथरनेट (Ethernet) यह एक आधुनिक तकनीक है, जिसका प्रयोग LAN (Local Area Network) में स्थानीय कम्प्यूटरों को जोड़ने के लिए किया जाता है।
एक्सेल (Excel) एक्सेल एक स्प्रैडशीट सॉफ्टवेयर है, जिसे माइक्रोसॉफ्ट द्वारा डिजाइन किया गया है। यह डाटा को व्यवस्थित, संगृहीत तथा कैलकुलेशन करने में मदद करता है।
ईएक्सई (.exe ) डॉस, एमएस - विण्डोज में यह एक सामान्य फाइल नेम एक्सटेंशन है, जो एक्जीक्यूटेबल फाइल को दर्शाता है।
एक्जीक्यूशन टाइम (Execution Time) किसी एक प्रोग्राम या निर्देश को कम्प्यूटर द्वारा क्रियान्वित (Execute ) करने में लगा कुल समय एक्जीक्यूशन टाइम कहलाता है।
ऐक्सपेंशन स्लॉट (Expansion Slot) मदरबोर्ड के ऊपर का स्थान, जिस पर अन्य सहायक उपकरण जोड़कर, कम्प्यूटर की क्षमता बढ़ाई जाती हैं, एक्सपेंशन स्लॉट कहलाता है।
एक्सट्रानेट (Extranet) एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जो यूजर्स को एक ऑर्गेनाइजेशन के इण्ट्रानेट को दूसरी ऑर्गेनाइजेशन के इण्ट्रानेट से जोड़ती है।
फैक्स (Fax) इसका पूर्ण रूप 'फेसिमाइल' (Fascimile) है। इसका प्रयोग डॉक्यूमेण्ट की कॉपी को इलेक्ट्रॉनिकली संचारित करने में किया जाता है।
फील्ड (Field) किसी एण्टिटी के एट्रिब्यूट को टेबल में फील्ड के रूप में लिखा जाता है।
फाइल (File) बहुत से रिकॉर्डों एवं सूचनाओं को एक साथ सम्मिलित रूप से रखना फाइल कहलाता है। फाइल द्वारा कई प्रकार की सूचनाओं को एक साथ रखा जाता है।
फाइल एलोकेशन टेबल (File Allocation Table- FAT) इसका प्रयोग एमएस - विण्डोज अथवा डॉस में फाइल को संगृहीत करने के लिए किया जाता है।
फाइल मैनेजर (File Manager) यह ऑपरेटिंग सिस्टम यूटिलिटी है, जो फाइल सिस्टम्स के साथ कार्य करने के लिए यूजर इन्टरफेस प्रदान करता है।
फायरवॉल (Firewall) यह हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर का समूह होता है, जिसका प्रयोग नेटवर्क की सुरक्षा की दृष्टि से किया जाता है। यह कम्प्यूटर नेटवर्क में प्रयुक्त सभी डाटा तथा सूचनाओं का विश्लेषण (Analysis) करता है।
फ्लोचार्ट (Flowchart ) किसी डाटा अथवा प्रोग्राम के क्रियान्वयन की दिशा एवं चरण बताने वाले चार्ट को फ्लोचार्ट कहते हैं। फ्लोचार्ट पूर्व निर्धारित चिन्हों पर आधारित होता है।
फॉरेन की (Foreign Key) यह डाटाबेस टेबल में एक फील्ड होता है, जो किसी अन्य सम्बन्धित टेबल को लिंक करता है
फॉर्मेट (Format) भण्डारण युक्ति; जैसे- डिस्क को प्रयोग में लाने से पूर्व सेक्टर तथा ट्रैक में विभाजित करना फॉर्मेट कहलाता है।
फोरट्रॉन (FORTRAN) इसका पूर्ण रूप फॉर्मूला ट्रांसलेशन है। यह एक उच्च स्तरीय भाषा है, जिसका प्रयोग मुख्यतः वैज्ञानिक और गणितीय रूप में किया जाता है।
फ्रीवेयर (Freeware ) यह एक सॉफ्टवेयर डिस्ट्रीब्यूशन का रूप है, जो अधिकतर बिना किसी शुल्क के उपलब्ध होता है।
फंक्शन की (Function Key) यह कम्प्यूटर कीबोर्ड या टर्मिनल डिवाइस कीबोर्ड में एक स्पेशल की होती हैं, जो एक विशेष फंक्शन का उपयोग करती है। अधिकतर कीबोर्ड में फंक्शन कीज F1 से F12 तक लेबल रहती हैं।
गैजेट (Gadget) यह एक ऐसा डिवाइस है, जिसका एक विशेष कार्य उपयोग होता है। ये हमेशा नई तकनीकों के अनुरूप होते हैं।
गारबेज इन गारबेज आउट (Garbage In Garbage Out-GIGO) GIGO वह त्रुटि हैं, जो इनपुट किए गए गलत डाटा तथा प्रोग्राम के कारण आउटपुट में आती है।
गेटवे (Gateway) गेटवे एक नेटवर्क नोड है, जो विभिन्न प्रोटोकॉल का उपयोग करके दो नेटवर्कों को जोड़ता है।
गीगाबाइट (Gigabyte - GB ) यह कम्प्यूटर स्टोरेज की एक यूनिट है, जो 1024 मेगाबाइट के बराबर होती है।
गीगाहर्ट्ज (Giga Hertz - GHz ) यह सीपीयू की गति को मापने के लिए प्रयोग होता है।
ग्राफिक इण्टरचेंज फॉर्मेट (Graphic Interchange Format GIF) यह पिक्चर और फोटोग्राफ के लिए साधारण फाइल फॉर्मेट है। यह फाइल को कम्प्रेस्ड करता है, जिससे उसे शीघ्र भेजा जा सकता है।
ग्राफिक टेबलेट (Graphic Tablet) यह एक इनपुट डिवाइस है, जिसकी सहायता से यूजर टेबलेट की स्क्रीन पर टच करके इमेज बना सकते हैं।
ग्राफिकल यूजर इण्टरफेस (Graphical User Interface - GUI) GUI को विजुअल इण्टरफेस कहा जाता है, क्योंकि इसके द्वारा सभी प्रकार की फाइलों, कमाण्ड्स एवं सॉफ्टवेयर इत्यादि को आइकन (Icon) के रूप में प्रदर्शित किया जाता है।
हैकर (Hacker ) किसी अन्य के कम्प्यूटर पर अनाधिकृत (Unauthorised) प्रवेश करने वाला व्यक्ति हैकर कहलाता है।
हैंग (Hang) कम्प्यूटर पर कार्य करते समय अनावश्यक नियमों का पालन करते हुए कम्प्यूटर का अचानक रुक जाना, हैंग होना कहलाता है।
हार्ड कॉपी (Hard Copy) यह कम्प्यूटर द्वारा प्रस्तुत स्थायी आउटपुट होता है; जैसे— पेपर पर प्राप्त प्रिण्ट आउटपुट ।
हार्ड डिस्क (Hard Disk) यह एक गोल, पतली भण्डारण युक्ति है । यह सूचनाओं को स्थायी रूप से स्टोर करने का बहुत विश्वसनीय (Reliable) माध्यम है।
हार्डवेयर (Hardware) कम्प्यूटर का वह भाग जिसे हम छू सकते हैं, हार्डवेयर कहलाता है; जैसे—- माउस ।
हाईलेवल लैंग्वेज (High Level Language-HLL) यह कम्प्यूटर की वह भाषा है, जिसमें अंग्रेजी के चुने हुए शब्दों और साधारण गणित में प्रयोग किए जाने वाले चिन्हों का प्रयोग किया जाता है। आधुनिक कम्प्यूटरों में हाई लेवल लैंग्वेज का ही प्रयोग किया जाता है।
होम पेज (Home Page) वेबसाइट को खोलने पर सबसे पहले खुलने वाला पेज, होम पेज होता है। होम पेज वेबसाइट में प्रयुक्त सूचनाओं को कण्टेण्ट्स के रूप में प्रदर्शित करता है।
होस्ट कम्प्यूटर (Host Computer) वह कम्प्यूटर, जो इन्फॉर्मेशन तथा सर्विसेज को इण्टरनेट के माध्यम से दूसरे कम्प्यूटर पर दर्शाता है। प्रत्येक होस्ट कम्प्यूटर का अपना एक यूनिक होस्ट नेम होता है।
हब (Hub ) यह एक नेटवर्क डिवाइस है, जो लैन पर विभिन्न कम्प्यूटर को जोड़ती हैं। इससे ये एक-दूसरे से कम्युनिकेट कर सकते हैं।
हाइब्रिड कम्प्यूटर (Hybrid Computer) एनालॉग व डिजिटल दोनों प्रकार के कम्प्यूटरों का मिश्रित रूप, हाइब्रिड कम्प्यूटर कहलाता है।
हाइपरलिंक (Hyperlink ) किसी पेज या डॉक्यूमेण्ट को किसी अन्य पेज या डॉक्यूमेण्ट से जोड़ना, हाइपरलिंक कहलाता है।
हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज (HyperText Markup Language HTML) इसे संक्षेप में, HTML कहते हैं। यह मुख्यत: वेबसाइट तथा डिजाइनिंग के लिए प्रयोग होती हैं।
हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल (HyperText Transfer Protocol-HTTP) यह वर्ल्ड वाइड वेब पर एक महत्त्वपूर्ण प्रोटोकॉल है, जो इण्टरनेट पर फाइलों को मूव करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
आइकन (Icon) ये छोटे ग्राफिकल चिन्ह होते हैं, जो कम्प्यूटर स्क्रीन पर प्रदर्शित होते हैं।
इन्फॉर्मेशन (Information) इन्फॉर्मेशन या सूचना वह डाटा है, जिसे इस प्रकार प्रोसेस किया जाता है कि वह यूजर के लिए उपयोगी हो ।
इनपुट (Input) परिणाम प्राप्त करने के लिए कम्प्यूटर को दिए गए डाटा तथा निर्देशों को इनपुट कहा जाता है।
इन्स्टेण्ट मैसेजिंग (Instant Messaging) यह इण्टरनेट पर उपलब्ध एक चैट प्रोग्राम है, जो रियल टाइम में लोगों को कम्युनिकेशन की सुविधा उपलब्ध कराता है।
इन्स्ट्रक्शन (Instruction) किसी भी कार्य को सम्पन्न करने के लिए कम्प्यूटर द्वारा यूजर को दिए गए निर्देश इन्स्ट्रक्शन कहलाते हैं।
इन्स्ट्रक्शन साइकिल (Instruction Cycle) यह कम्प्यूटर सिस्टम की बेसिक ऑपरेशन प्रक्रिया है, जिसके द्वारा कम्प्यूटर अपनी मैमोरी से प्रोग्राम निर्देश प्राप्त करता है।
इण्टरफेस (Interface) इस सर्किट द्वारा इनपुट तथा आउटपुट उपकरणों को सीपीयू के साथ जोड़ा जाता है।
इण्टरप्रेटर (Interpreter) इसके द्वारा उच्च स्तरीय भाषा को मशीनी भाषा में परिवर्तित किया जाता है। यह एक - एक लाइन को मशीनी भाषा में परिवर्तित करता है।
इण्टरनेट (Internet) यह दो या दो से अधिक नेटवर्कों में जोड़कर बनाया गया एक विशाल कम्प्यूटर नेटवर्क, जिस पर अधिकतर सभी सूचनाएँ उपलब्ध होती हैं।
इण्टरनेट ऑफ थिंग्स (Internet of Things-loT) यह किसी भी डिवाइस को इण्टरनेट और अन्य कनेक्टिंग डिवाइस से जोड़ने की अवधाणा है। यह विभिन्न प्रणालियों में लगे उपकरणों को इण्टरनेट से जोड़ सकता है।
इण्टरनेट सर्फिंग (Internet Surfing) इण्टरनेट पर उपयोगी सूचनाओं को सर्च करने का प्रोसेस, इण्टरनेट सर्फिंग कहलाता है।
इण्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर (Internet Service Provider-ISP) यह एक बिजनेस ऑर्गेनाइजेशन है, जो इण्टरनेट तथा इसकी सर्विसेज को एक्सेस करने की अनुमति देता है।
इण्टीग्रेटेड सर्किट (Integrated Circuit - IC) यह सिलिकॉन से निर्मित पतली चिप होती है, जिस पर अनेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होते हैं; जैसे- ट्रांजिस्टर, प्रतिरोधक इत्यादि ।
जावा ( Just Another Virtual Accelerator-JAVA) यह एक प्रोग्रामिंग भाषा है, जिसका प्रयोग सॉफ्टवेयर, मोबाइल एप्लीकेशन आदि बनाने में किया जाता है।
जेपीईजी (Joint Photographic Experts Group-JPEG ) यह डिजिटल फोटोग्राफी के लिए प्रयोग होने वाला प्रारूप है।
जॉयस्टिक (Joystick) यह एक इनपुट डिवाइस है, जिसका प्रयोग मुख्यत: वीडियो गेम्स खेलने के लिए किया जाता है।
कर्नेल (Kernel) ऑपरेटिंग सिस्टम का वह भाग, जिस पर अन्य कार्य आधारित होते हैं तथा जिसमें यूजर स्वयं कोई परिवर्तन नहीं कर सकता है।
कीबोर्ड (Keyboard) यह एक इनपुट डिवाइस है, जो सभी कम्प्यूटर्स में जुड़ी होती है। इसके (QWERTY) कीबोर्ड का लेआउट बिल्कुल टाइपराइटर के समान होता है।
की फील्ड (Key Field) यह एक यूनिक रिकॉर्ड होता है, जिसे भिन्न रिकॉर्ड को पहचानने में प्रयोग किया जाता है।
किलोबाइट (Kilobyte- KB) यह मैमोरी की इकाई है, जो 1024 बाइट के बराबर होती है।
लैन (LAN) लैन का पूर्ण रूप लोकल एरिया नेटवर्क है। लैन में कम्प्यूटर सीमित क्षेत्र में ही एक या अधिक कम्प्यूटरों को जोड़कर बनाया गया नेटवर्क है।
लैपटॉप (Laptop) यह किताब के आकार का एक छोटा कम्प्यूटर है, जिसे अपने साथ कहीं भी ले जाया जा सकता है, क्योंकि इसे गोद (Lap) में रखकर भी प्रयुक्त कर सकते हैं, इसलिए इसे लैपटॉप कहते हैं।
लाइट पेन (Light Pen) किसी डिस्प्ले स्क्रीन पर इस पेन की सहायता से ग्राफिक्स को बनाया जाता है।
लिंक (Link) यह किन्हीं दो नोड या चैनल के मध्य कम्युनिकेशन स्थापित करने के लिए पथ प्रदान करता है।
लाइनक्स (Linux) यह एक ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसका प्रयोग व्यक्तिगत कम्प्यूटर (PC) में किया जाता है। इसका विकास अनेक प्रोग्रामरों द्वारा किया गया है।
लिस्ट प्रोसेसिंग (List Processing-LISP) यह एक हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, जो लॉजिकल ऑपरेशन्स तथा नॉन- न्यूमैरिक एप्लीकेशन को हैंण्डल करती है।
लॉग इन (Login) कार्य को शुरू करने के लिए प्रोग्राम में जाने की क्रिया लॉग इन कहलाती है।
लॉग ऑफ (Log Off) अपना कार्य पूरा करने के बाद प्रोग्राम से बाहर निकलने की क्रिया लॉग ऑफ कहलाती है।
लो लेवल लैंग्वेज (Low Level Language-LLL ) यह लैंग्वेज कम्प्यूटर की आन्तरिक कार्यप्रणाली के अनुसार बनाई जाती है। ऐसी भाषाओं में लिखे गए प्रोग्रामों के पालन करने की गति अधिक होती है।
मशीन लैंग्वेज ( Machine Language) यह एक निम्न स्तरीय भाषा है, जिसका प्रयोग सीधे ही कम्प्यूटर में किया जाता है अर्थात् इसे किसी अन्य भाषा में परिवर्तित करने की आवश्यकता नहीं होती।
मेनफ्रेम कम्प्यूटर (Mainframe Computer) इस पर कई यूजर्स एक साथ अनेक कार्य कर सकते हैं। इस कम्प्यूटर की डाटा प्रोसेसिंग क्षमता अत्यधिक होती है।
मास स्टोरेज (Mass Storage) यह स्टोरेज को दर्शाता है, जहाँ बड़ी संख्या में बैकअप / डाटा को स्टोर किया जाता है।
मेगाबाइट (Megabyte - MB ) यह एक मैमोरी स्टोरेज यूनिट है, जो 1024 किलोबाइट के बराबर होती है।
मैमोरी (Memory) कम्प्यूटर मैमोरी अस्थायी या स्थायी रूप से जानकारी को स्टोर करने का माध्यम है।
मेन्यू बार (Menu Bar) एक एप्लीकेशन विण्डो के टॉप पर होरिजॉण्टल स्ट्रीप मेन्यू बार कहलाती है। इस स्ट्रीप पर प्रत्येक शब्द के अन्तर्गत एक ड्राप-डाउन मेन्यू का फीचर होता है, जो किसी फंक्शन को करने के लिए प्रयोग होता है।
मर्ज ( Merge) एक फाइल में दो या दो से अधिक फाइलों का संयोग मर्ज कहलाता है।
माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer) यह सबसे छोटे आकार का कम्प्यूटर है। इन कम्प्यूटर्स में माइक्रोप्रोसेसर का प्रयोग किया जाता है। लैपटॉप एक माइक्रो कम्प्यूटर है।
माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor ) यह एक कम्प्यूटर प्रोसेसर है, जो इण्टीग्रेटेड सर्किट पर CPU के कार्यों को शामिल करता है।
मीडी (Musical Instrument Digital Interface-MIDI) इसका पूर्ण रूप म्यूजिक इन्स्ट्रमेण्ट डिजिटल इण्टरफेस है। यह एक प्रोटोकॉल है, जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और अन्य डिजिटल म्यूजिकल टूल को एक-दूसरे के साथ कम्युनिकेट करने की अनुमति देता है।
मिनी कम्प्यूटर (Mini Computer) इसका आकार माइक्रो कम्प्यूटर से छोटा लेकिन पर्सनल कम्प्यूटर से बड़ा होता है। इनका प्रयोग वित्तीय संस्थाओं; जैसे- बैंक इत्यादि द्वारा किया जाता है।
एमआईपीएस (Millions of Instruction Per Second-MIPS) इसे प्रोसेसर की गति को कैलकुलेट करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
मॉडम (Modem) यह मॉड्यूलेटर / डिमॉड्यूलेटर का संक्षिप्त रूप है, जो दो कम्प्यूटर सिस्टम पर टेलीफोन लाइन्स के माध्यम से कम्युनिकेशन करता है।
मॉनीटर (Monitor) इसे विजुअल डिस्प्ले डिवाइस भी कहते हैं । एक मॉनीटर विभिन्न रूप में होता है; एक कैथोड रे ट्यूब (Cathod Ray Tube - CRT), एक लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले (Liquid Crystal Display - LCD) या एक फ्लेट पैनल, फुल-कलर डिस्प्ले ।
एमएस - डॉस (MS-DOS) यह माइक्रोसॉफ्ट डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसे माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोशन द्वारा बनाया गया है।
मल्टीटास्किंग (Multi-tasking) यह विभिन्न प्रोग्रामों को एक साथ सम्पन्न करने की क्रिया है। यह मैमोरी, कोड, बफर तथा फाइल को एक साथ ट्रांसफर करती है।
मल्टीथ्रेडिंग (Multi-threading) यह ऑपरेटिंग सिस्टम की एक सुविधा है, जो मल्टीपल फंक्शन्स को समान एप्लीकेशन पैकेज प्रदान करती है।
मल्टीप्लेक्सर (Multiplexer) यह एक डिवाइस है, जो मल्टीपल इनपुट सिग्नल्स को जोड़ती है।
मल्टीमीडिया (Multimedia) सूचना प्रदर्शित करने वाले दो या दो से अधिक माध्यमों का एक साथ प्रयोग करना मल्टीमीडिया कहलाता है। जैसे— ग्राफ, एनिमेशन, टेक्स्ट इत्यादि ।
नेटवर्क (Network) सूचनाओं या अन्य संसाधनों (Resources) के परस्पर आदान-प्रदान एवं साझेदारी के लिए दो या दो से अधिक कम्प्यूटरों का परस्पर जुड़ाव कम्प्यूटर नेटवर्क कहलाता है।
नेटवर्क इण्टरफेस कार्ड (Network Interface Card - NIC) वह हार्डवेयर, जिसका प्रयोग कम्प्यूटर को नेटवर्क से जोड़ने के लिए किया जाता है।
निबल (Nibble) चार सिक्वेन्स बिट या हॉफ - बाइट एक निबल कहलाता है। एक हेक्साडेसीमल या बीसीडी ( Binary Coded Decimal BCD) कोडेड डिजिट एक निबल को दर्शाती है।
नोड (Node) एक नोड नेटवर्क के अन्तर्गत कनेक्शन का एक बिन्दु है।
नॉन-वॉलेटाइल मैमोरी (Non-volatile Memory) यह एक प्रकार की कम्प्यूटर मैमोरी है, जिसमें पावर बन्द होने पर भी स्टोर किए गए डाटा को होल्ड रखने की क्षमता होती है।
नोटबुक (Notebook) यह एक ऐसा कम्प्यूटर होता है, जिसे ब्रिफकेस में भी रखा जा सकता है। इसे लैपटॉप भी कहते हैं। ऑब्जेक्ट कोड (Object Code) ऐसा मशीन कोड जो किसी ट्रांसलेटर प्रोग्राम द्वारा प्राप्त होता है; जैसे—असेम्बलर, इण्टरप्रेटर या कम्पाइलर |
ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) दो या दो से अधिक प्रोग्रामों का समूह, जो कम्प्यूटर के विभिन्न संसाधनों को नियन्त्रित करता है एवं कम्प्यूटर तथा यूजर के मध्य सम्बन्ध स्थापित करता है।
आउटपुट (Output) यूजर द्वारा दिए गए डाटा तथा निर्देश का कम्प्यूटर द्वारा प्राप्त परिणाम आउटपुट कहलाता है।
पैच (Patch) ऐसा छोटा प्रोग्राम, जो सॉफ्टवेयर एरर को ठीक करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
पेरीफेरल (Peripheral) ऐसी ऑक्जिलरी डिवाइस, जो कम्प्यूटर सूचना देने तथा कम्प्यूटर से सूचना प्राप्त करने में प्रयोग की जाती है।
पर्सनल कम्प्यूटर (Personal Computer) यह एक सिंगल यूजर कम्प्यूटर होता है, जिसमें सेण्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central Processing Unit - CPU) तथा एक से अधिक सर्किट लगे होते हैं।
पायरेसी (Piracy) यह सॉफ्टवेयर या अन्य रचनात्मक (Creative ) कार्यों की अवैध कॉपी होती हैं।
पिक्सल्स (Pixels) डिस्प्ले स्क्रीन पर यह डॉट के रूप में एक छोटा एलीमेण्ट होता है । प्लग-इन (Plugin) कम्प्यूटिंग में यह एक सॉफ्टवेयर कम्पोनेण्ट होता है, जो किसी मौजूद कम्प्यूटर प्रोग्राम में एक विशिष्ट सुविधा जोड़ता है।
पोर्ट्रेट (Portrait) ऐसा पद, जो प्रिण्टिंग के लिए पेज की चौड़ाई के अनुसार पोजीशन को निर्धारित करता है।
पोस्ट ऑफिस प्रोटोकॉल (Post Office Protocol -POP) यह एक ऐसा प्रोटोकॉल है, जो एक पर्सनल कम्प्यूटर को एक मेल सर्वर से इण्टरनेट द्वारा जोड़ता है।
प्राइमरी की (Primary Key) यह एक ऐसी की है, जिससे एक टेबल में टपल या रॉ को अद्वितीय (Uniquely ) रूप सर्च किया जा सकता है।
प्रोसेस (Process) एक ऐसा थ्रेड, जो किसी कोड के समूह को, डाटा या अन्य सिस्टम रिर्सोस को एक्जीक्यूट करता है ।
प्रोग्राम (Program) निर्देशों के समूह को प्रोग्राम कहते हैं।
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (Programming Language) कम्प्यूटर के प्रोग्राम जिस भाषा में लिखे जाते उसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कहते हैं।
प्रॉम्प्ट (Prompt) एक ऑनस्क्रीन सिम्बल (जैसे - कर्सर ), जो कमाण्ड की उपस्थिति को दर्शाता है, प्रॉम्प्ट कहलाता है।
प्रिण्टर (Printer) यह एक आउटपुट डिवाइस है, जो कम्प्यूटर के आउटपुट को पेपर पर प्रिण्ट करने के लिए प्रयोग की जाती है।
प्रोटोकॉल (Protocol) दो कम्प्यूटरों के बीच डाटा संचारण में सहायक नियमों का समूह, प्रोटोकॉल कहलाता है।
स्यूडोकोड (Pseudocode) कम्प्यूटर प्रोग्राम को छोटे रूप में वर्णन करने का तरीका स्यूडोकोड कहलाता है।
क्वैरी (Query) डाटाबेस से इन्फॉर्मेशन के लिए रिक्वेस्ट करना क्वैरी कहलाता है।
रैण्डम एक्सेस मैमोरी (Random Access Memory-RAM) यह कम्प्यूटर की प्राइमरी व विशेष मैमोरी है, जिसमें संचित डाटा कम्प्यूटर बन्द करने पर स्वयं ही समाप्त हो जाता है। यह वॉलेटाइल, सेमीकण्डक्टर स्टोरेज स्ट्रक्चर है, जो डाटा को कुछ समय के लिए एक्सेस करता है।
रीड ओनली मैमोरी (Read Only Memory-ROM) यह एक स्थायी मैमोरी है, जिसे केवल पढ़ा जा सकता है। कम्प्यूटर बन्द होने पर इसमें संचित डाटा समाप्त नहीं होता ।
रिकॉर्ड (Record) डाटाबेस में, रिकॉर्ड टेबल के अन्तर्गत फील्ड का एक समूह होता है, जो किसी विशिष्ट एण्टिटी के अनुरूप होता है।
रजिस्टर ( Register) यह एक ऐसा उपकरण या साधन है, जिसमें डाटा स्टोर किया जाता है। रजिस्टर बहुत तेज गति वाली अस्थायी स्टोरेज डिवाइस है।
रिमोट सर्वर (Remote Server) एक नेटवर्क कम्प्यूटर, जो यूजर को विभिन्न लोकेशन से नेटवर्क एक्सेस करने की अनुमति देता है।
रोबोटिक्स प्रोसेस ओटोमेशन (Robotics Process Automation-RPA) मानव हस्तक्षेप को कम करने के लिए रोबोट की सहायता से व्यावसायिक संचालन को स्वचालित करने की प्रक्रिया को रोबोटिक्स प्रोसेस ऑटोमेशन कहा जाता है।
रेस्पॉन्स टाइम (Response Time) यूज़र द्वारा दिए गए अनुदेशों पर प्रक्रिया करने व उसका परिणाम घोषित होने में लगने वाला समय रेस्पॉन्स टाइम कहलाता है।
राउटर (Router) यह एक डिवाइस है, जो बहुत सारे नेटवर्क को आपस में जोड़ती है। इसका प्रयोग नेटवर्क में डाटा को कहीं भी भेजने के लिए करते हैं।
राउटिंग (Routing) लैन द्वारा उचित पथ चुनने की क्रिया राउटिंग कहलाती है।
स्कैनर (Scanner) किसी टेक्स्ट या ग्राफिक प्रारूप को आवश्यकतानुसार स्क्रीन पर स्कैन करने वाली डिवाइस स्कैनर कहलाती है; जैसे- टेक्स्ट, फोटो तथा इमेज को सिग्नल में बदलना, स्टोर करना, मॉडिफाई करना या वितरित करना ।
सर्च इंजन (Search Engine) ऐसा सॉफ्टवेयर, जो वेब पर इण्टरनेट के माध्यम से सूचना को सर्च करता हो। कुछ प्रसिद्ध सर्च इंजन; जैसे-एल्टा विस्टा, गूगल, हॉटबॉट, याहू, वेब क्रॉलर तथा लायकॉस हैं।
सेक्टर (Sector) मैग्नेटिक डिस्क पर ट्रैक को रिकॉर्ड करने का सेक्शन सेक्टर कहलाता है।
सिक्वेन्शियल एक्सेस (Sequential Access) किसी डाटा को एक ही क्रम में पढ़ने वाले मैमोरी उपकरण को सिक्वेन्शियल एक्सेस कहा जाता है।
सर्वर (Server) सर्वर, एक डिवाइस या प्रोग्राम या एक कम्प्यूटर है, जो नेटवर्क के संसाधन के प्रबन्धन के लिए प्रयोग होता है।
शेयरवेयर (Shareware) यह प्रोपराइटरी सॉफ्टवेयर (Proprietary Software) का एक प्रकार है, जिसे प्रारम्भ में परीक्षण के लिए उपयोगकर्ताओं को निःशुल्क प्रदान किया जाता है।
शैल (Shell) शैल, ऑपरेटिंग सिस्टम की सेवाओं तक पहुँचने के लिए एक यूजर इण्टरफेस है।
सिम्पलेक्स (Simplex) केवल एक ही दिशा में डाटा का ट्रांसमिशन करना सिम्पलेक्स कहलाता है।
सॉफ्टवेयर (Software) ये कम्प्यूटर के संचालन के लिए आवश्यक प्रोग्राम होते हैं, जिन्हें मनुष्य स्पर्श नहीं कर सकता ।
सोर्स कोड ( Source Code) सोर्स कोड, स्टेटमेण्ट्स तथा निर्देशों का समूह होता है, जो प्रोग्रामिंग भाषा का प्रयोग करके प्रोग्रामर द्वारा लिखा जाता
सब प्रोग्राम (Sub Program) किसी प्रोग्राम का छोटा हिस्सा, जो किसी विशेष कार्य को सम्पन्न करे, सब प्रोग्राम कहलाता है।
सुपर कम्प्यूटर ( Super Computer) वह कम्प्यूटर, जिसमें कई प्रोसेसर समान्तर क्रम में लगे होते हैं तथा ये उच्च क्षमता वाले कम्प्यूटर होते हैं। इन्हें किसी विशेष प्रयोजन के लिए ही तैयार किया जाता है।
टीसीपी / आईपी (Transmission Control Protocol/Internet Protocol TCP/IP) यह बड़े समूहों का प्रोग्राम तथा ऐसा स्टैण्डर्ड है, जो यह निर्धारित करता है कि इण्टरनेट पर सूचनाओं को कैसे भेजा जाए?
टाइम शेयरिंग (Time Sharing) कई उपभोक्ताओं के एक साथ काम करने पर, सीपीयू द्वारा प्रोग्रामिंग के लिए दिया जाने वाला निश्चित समय टाइम शेयरिंग कहलाता है।
टोपोलॉजी (Topology) यह नेटवर्क की व्यवस्था है, जिसमें इस नोड्स और कनैक्टिंग लाइन शामिल हैं।
ट्रैक (Track) मैग्नेटिक डिस्क पर रिंग के रूप में सतह ट्रैक कहलाती हैं।
ट्रैकबॉल (Trackball) यह एक इनपुट डिवाइस हैं, जो स्क्रीन पर कर्सर की स्थिति को कण्ट्रोल करती है।
यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर (Uniform Resource Locator-URL) यह व्यक्तिगत या ऑर्गेनाइजेशन के लिए इण्टरनेट के एड्रेस को स्पेसिफाई करता है।
यूनिक्स (UNIX) इस ऑपरेटिंग सिस्टम को सर्वर तथा वर्कस्टेशन दोनों में प्रयोग किया जा सकता है। इसमें डाटा प्रबन्धन का कार्य कर्नेल (Kernel) द्वारा किया जाता है।
अपग्रेड (Upgrade) कम्प्यूटिंग में अपग्रेड आमतौर पर सिस्टम को अपडेट करने या इसकी विशेषताओं को बेहतर बनाने के लिए हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर या फर्मवेयर का एक नया या बेहतर संस्करण (Version) होता है।
अपलोड (Upload) कम्प्यूटर से वेबसाइट में सूचना को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया अपलोड कहलाती है।
यूपीएस (Uninterruptible Power Supply-UPS) कम्प्यूटर को बिना बाधित हुए विद्युत उपलब्ध कराने वाला उपकरण UPS कहलाता है। यूजर (User ) ऐसा व्यक्ति, जो किसी कार्य को ऑपरेट तथा प्रयोग करता है।
यूजर फ्रैण्डली (User Friendly) कम जानकारी रखने वाले यूजर की सहायता करने वाले सॉफ्टवेयर को यूजर फ्रैण्डली कहा जाता है।
वीडियो टेलीकॉन्फ्रेन्सिंग (Video Teleconferencing) यह एक फेस-टू-फेस चैट रिमोट है, जिसमें दो या अधिक लोग वेबकैम तथा इण्टरनेट से ऑनलाइन चैट करते हैं।
वायरस (Virus) यह एक छोटा प्रोग्राम होता है, जिसके क्रियान्वयन (Execution) से कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर्स तथा प्रोग्रामों में त्रुटि उत्पन्न हो जाती है।
वॉलेटाइल मैमोरी (Volatile Memory) बिजली के चले जाने के बाद इस मैमोरी का कण्टेण्ट नष्ट हो जाता है। पावर शटडाउन होने पर यदि डाटा रैम में सेव होता है, तो उसका बैकअप नॉन-वॉलेटाइल मैमोरी (मैग्नेटिक डिस्क, टेप या सीडी-आर) में होता है।
वर्चुअल रियलिटी (Virtual Reality-VR) यह एक ऐसा कॉन्सेप्ट है, जिसका प्रयोग एक काल्पनिक दुनिया को बनाने के लिए किया जाता है।
विण्डो (Window) कम्प्यूटर स्क्रीन का वह भाग, जिसके द्वारा यूजर अपना विभिन्न कार्य सम्पन्न करता है ।
वाइड एरिया नेटवर्क (Wide Area Network-WAN) यह बहुत से कम्प्यूटरों द्वारा बना होता है, जिसका विस्तृत क्षेत्र शहर, महाद्वीप अथवा पूरे देश में फैला होता है।
वर्ड प्रोसेसर (Word Processor) वर्ड प्रोसेसर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है, जो डॉक्यूमेण्ट को लिखने, एडिट करने, फॉर्मेट तथा प्रिण्टिंग के लिए उपयोग किया जाता है।
वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web) इसे संक्षेप में 'www' या वेब भी कहा जाता है। यह इण्टरनेट पर नेटवर्क का सर्वर होता है, जो हाइपरटेक्स्ट लिंक डाटाबेस तथा फाइलों का प्रयोग करता है। इसे वर्ष 1989 में, टिम बर्नस ली द्वारा डेवलप किया गया था।
वर्कग्रुप (Workgroup) इसमें व्यक्ति आपस में डाटा तथा फाइलों को शेयर करते हैं।
वर्कस्टेशन (Workstation) कम्प्यूटर ऑपरेशन्स में वर्क एरिया या इक्विपमेण्ट को कम्प्यूटर एडेड डिजाइन (Computer Aided Design-CAD) में प्रयोग करना वर्कस्टेशन कहलाता है। ये उपकरण साधारणत: मॉनीटर, कीबोर्ड, प्रिण्टर या प्लॉटर तथा अन्य आउटपुट डिवाइस होती हैं।
XY प्लॉटर (XY Plotter) XY प्लॉटर एक प्लॉटर है, जो निरन्तर वेक्टर ग्राफ्क्सि को ड्रॉ करने के लिए गति के दो अक्षों (X तथा Y) में कार्य करता है। यह को-ऑर्डिनेट प्वॉइण्ट को ग्राफ रूप में दर्शाता है।
जूम (Zoom) मॉनीटर पर किसी इमेज को बड़ा करने की कम्प्यूटर प्रक्रिया, जूम कहलाती है।
जिप (Zip) इसे जॉन इन्फॉर्मेशन प्रोटोकॉल कहते हैं। यह एक एप्लीकेशन है, जो एप्लीकेशन फाइल को कम्प्रेस करने की अनुमति देती है।
जॉम्बी (Zombie ) जब कम्प्यूटर के मालिक की जानकारी के बिना क्रैकर (Cracker) कम्प्यूटर को हाईजैक करता है तथा इण्टरनेट पर गलत तरीके से टास्क परफॉर्म करता है, जॉम्बी कहलाता है।
Tags -Computer Shabdabali, Computer Shabdkosh PDF, Computer Notes In Hindi PDF Download