भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन

bhautik or raasayanik parivartan

कुछ पदार्थों में ऐसा होता हैं कि परिवर्तन का कारण हटाने पर पुनः प्रारम्भिक पदार्थ प्राप्त हो जाता है ऐसे परिवर्तन को भौतिक परिवर्तन कहते है । जबकि दूसरी तरफ कुछ परिवर्तन ऐसे होते है जिसमें पदार्थों के संघटन ही बदल जाते हैं और नये पदार्थ बन जाते है , ऐसे परिवर्तन को रासायनिक परिवर्तन कहते हैं ।

भौतिक परिवर्तन

ये वे परिवर्तन है जिसमें पदार्थ के भौतिक गुण तथा अवस्था में परिवर्तन होता है , परन्तु उसके रासायनिक गुणों में कोई परिवर्तन नहीं होता है । साथ ही परिवर्तन का कारण हटाने पर पुनः मूल पदार्थ प्राप्त होता है जैसे कि जल ( H2O ) द्रव अवस्था में होता है गर्म करने पर गैसीय अवस्था वाष्प ( H2O ) बनाता हैं तथा ठंडा करने पर ठोस अवस्था बर्फ ( H2O ) बनाता है ।

बर्फ ( H2O )ठंडा करनागर्म करनाजल ( H2O )गर्म करनासंघनन वाष्प ( H2O )
( ठोस अवस्था ) ( द्रव अवस्था )( गैस अवस्था )

लोहे का चुम्बक बनना , नौसादर ( NH4Cl ) का उर्ध्वपातन शक्कर का पानी में विलय होना आदि इसके अन्य उदाहरण है ।

भौतिक परिवर्तन के गुण

1 . पदार्थ के केवल भौतिक गुणों यथा अवस्था , रंग , गंध , आदि में परिवर्तन होता है ।

2 . परिवर्तन का कारण हटाने पर पुनः प्रारम्भिक पदार्थ प्राप्त होता है ।

3 . यह परिवर्तन अस्थायी होता है ।

4 . नये पदार्थ का निर्माण नहीं होता है ।

रासायनिक परिवर्तन

ये वे परिवर्तन है जिसमें पदार्थ के रासायनिक गुणों तथा संघटन में परिवर्तन होता है तथा नया पदार्थ बनता है । रासायनिक परिवर्तन होने पर , परिवर्तन का कारण हटाने पर आवश्यक नहीं है कि प्रारम्भिक पदार्थ प्राप्त हो । जैसे - कोयले को जलाने पर कार्बनडाई ऑक्साइड गैस बनती है ।

C + O2CO2
कोयला
( ठोस )
ऑक्सीजन
( गैस )
कार्बन डाई ऑक्साइड
( गैस )

यहाँ कार्बन व ऑक्सीजन की क्रिया से नये रासायनिक संघटन वाला पदार्थ कार्बनडाईऑक्साइड ( CO2 ) बनता है तथा इस अभिक्रिया में CO2 से पुनः कोयला प्राप्त नहीं किया जा सकता है । इसके अन्य उदाहरण दूध से दही जमना , बनी हुई सब्जी खराब होना , लोहे पर जंग लगना आदि है ।

रासायनिक परिवर्तन के गुण

1 . रासायनिक परिवर्तन के फलस्वरूप बनने वाला पदार्थ रासायनिक गुणों व संघटन में प्रारम्भिक पदार्थ से पूर्णतया भिन्न होता है ।

2 . सामान्यतया पुनः प्रारम्भिक पदार्थ प्राप्त नहीं किया जा सकता है ।

3 . यह परिवर्तन स्थाई होता है ।

4 . नये पदार्थ का निर्माण होता है ।

भौतिक और रासायनिक परिवर्तन में अंतर

रासायनिक परिवर्तनभौतिक परिवर्तन
रासायनिक परिवर्तन से बनने वाला पदार्थ रासायनिक गुणों तथा संघटन में प्रारम्भिक पदार्थ से पूर्णतया भिन्न होता है ।पदार्थ के केवल भौतिक गुणों जैसे अवस्था , रंग , गंध आदि में परिवर्तन होता है ।
सामान्यतया प्रारम्भिक पदार्थ पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता है ।परिवर्तन का कारण हटाने पर पुनः प्रारम्भिक पदार्थ प्राप्त हो जाता है ।
यह परिवर्तन स्थाई होता है ।यह परिवर्तन अस्थाई होता है ।
इसमें नये पदार्थ का निर्माण होता है ।इसमें नये पदार्थ का निर्माण नहीं होता है |
उदाहरण - लोहे पर जंग लगना ।उदाहरण - बर्फ ⇋ जल ⇋ वाष्प

Also Read - भौतिक राशियों के मात्रक

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